किसी देश में, जनसंख्या की आयु संरचना वहाँ के विभिन्न आयु समूहों के लोगों की संख्या को बताता है। यह जनसंख्या की मूल विशेषताओं में एक है। एक व्यक्ति की आयु उसकी इच्छा, खरीददारी तथा काम करने की क्षमता को पर्याप्त रूप से प्रभावित करती है। परिणामस्वरूप बच्चे, वयस्क एवं वृद्धों की संख्या एवं प्रतिशत, किसी भी क्षेत्र के आबादी के सामाजिक एवं आर्थिक ढाँचे की निर्धारक होती है।
किसी राष्ट्र की आबादी को सामान्यतः तीन वर्गों में बाँटा जाता है :
बच्चे (सामान्यतः 15 वर्ष से कम)
ये आर्थिक रूप से उत्पादनशील नहीं होते हैं तथा इनको भोजन, एवं स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएँ उपलब्ध कराने वस्त्र नावश्यकता होती है। की
वयस्क (15 से 59 वर्ष)
आर्थिक रूप से उत्पादनशील तथा जैविक रूप से प्रजननशील होते हैं। यह जनसंख्या का कार्यशील वर्ग है।
वृद्ध (59 वर्ष से अधिक)
ये आर्थिक रूप से उत्पादनशील या अवकाश प्राप्त हो सकते हैं। ये स्वैच्छिक रूप से कार्य कर सकते हैं, लेकिन भर्ती प्रक्रिया के द्वारा इनकी नियुक्ति नहीं होती है।
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